प्रयागराज। ई कामर्स कंपनियों की कार्यप्रणाली से व्यापारियोें को हो रहे नुकसान के विरोध में कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय व्यापारियों के साथ अपनी नाराजगी जाहिर की। सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी और सांसद केशरी देवी पटेल के आवास जाकर व्यापारियों ने उन्हें ज्ञापन दिया। कहा, ई कामर्स कंपनियां एफडीआई नीति के विरुद्ध कार्य कर रही हैं।
दरअसल, कैट की ओर से बुधवार को देश भर में 500 से ज्यादा स्थानों पर लोकसभा एवं राज्यसभा के सांसदों को ई कामर्स कंपनियों की मनमानी के खिलाफ ज्ञापन दिया जाने का आह्वान किया गया था। इसी क्रम में कैट प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल के नेतृत्व में व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल सांसद केशरी देवी और रीता जोशी के घर बारी-बारी से गया। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान कहा कि ई कामर्स कंपनियां कहती हैं कि उनके प्लेटफार्म पर पंजीकृत विक्रेेता के द्वारा ही माल बेचा जाता है, जिस पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है। लेकिन, यह देखा गया है कि क्षद्म रूप से यह कंपनियां 10 से 80 प्रतिशत तक का डीप डिस्काउंट देकर मूल्यों को प्रभावित करती हैं। इससे बाजार में असमानता का स्तर बनता है। हर वर्ष यह कंपनियां हजारों करोड़ का घाटा दे रही हैं, फिर भी व्यापार कर रही हैं। प्रतिनिधिमंडल ने ई कामर्स कंपनियों के पोर्टल तत्काल प्रभाव से बंद कराने की मांग एवं एक स्वतंत्र जांच कमेटी बनाकर एक निश्चित समय पर इनकी कार्यप्रणाली और खातों की जांच की जाए। इस अवसर पर विभु अग्रवाल, धनंजय सिंह, मनोज अग्रवाल, अजय अग्रवाल, अजय गुप्ता, आशुतोष गोयल, दिनेश केसरवानी, संदीप अग्रवाल, रितेश शर्मा आदि मौजूद रहे।