12 दिसम्बर, 2019 प्रयागराज।
मण्डलायुक्त प्रयागराज डाॅ0 आशीष कुमार गोयल ने त्रिवेणी सभागार में माघ मेले की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं, सफाई व्यवस्था, आपदा राहत, एम्बुलेंस सुविधा, निर्माण कार्य, यातायात व्यवस्था, रेलवे, आर0पी0एफ, सेना आदि से मेला कार्यों में सहयोग हेतु समन्वय, क्विक मेडिकल रिस्पांस, जल पुलिस, पार्किंग व्यवस्था, क्राउड मैनेजमेंट, नावों के संचालन, सुरक्षा, आवागमन हेतु साधनों की उपलब्धता, शौचालयों की व्यवस्था, कामगारों की टेªनिंग व उनको दी जाने वाली सुविधाओं की उपलब्धता आदि क्षेत्रों में होने वाली प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यों में तेजी लाने के कड़े निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी प्रयागराज श्री भानुचंद्र गोस्वामी, डीआईजी-श्री के0पी0 सिंह सहित समस्त संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य व्यवस्था की प्रगति की समीक्षा की, जिसके बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि माघ मेले में 20 बेड के 02 अस्पतालों तथा 10 मेडिकल पोस्ट बनाये जाने की योजना है, जिसमें से 01 अस्पताल तैयार होने वाला है और दूसरे का कार्य भी शुरू हो चुका है। सेक्टर 02 में त्रिवेणी अस्पताल तथा सेक्टर 04 में गंगा अस्पताल स्थापित किया जा रहा है। माघ मेले में कुल 45 एंबुलेंस लगाये जाने की योजना है, जिन्हें संगम नोज, विभिन्न सेक्टरों, बस अड्डों तथा रेलवे स्टेशनों आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराये जाने हेतु लगाया जायेगा। इसके साथ ही 30 चिकित्सा अधिकारियों सहित लगभग 500 अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है। इसके अतिरिक्त प्राइवेट अस्पतालों के साथ समन्वय करके वहां भी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। इसी के साथ आपात स्थिति में उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं व सहायता के बारे में भी अवगत कराया। मण्डलायुक्त ने चिकित्सा व स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक मेडिकल रिस्पांस हेतु टीम को रिहर्सल कराया जाए तथा माॅकड्रिल कराकर उनकी तैयारियों का परीक्षण किया जाए। एम्बुलेंस के संचालन हेतु रूट चार्ट बनाकर उनका भी रिहर्सल कराया जाये। इसी के साथ मण्डलायुक्त ने जल पुलिस को भी मेला अवधि के दौरान सजग रहने तथा रिस्पांस टाईम कम करने के लिए और अधिक रिहर्सल तथा माॅकड्रिल करने के निर्देश दिये।
मण्डलायुक्त ने माघ मेले के दौरान यातायात व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि महत्वपूर्ण तिथियों में अधिकाधिक श्रद्धालुओं के सुचारू आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए समस्त बिन्दुओं पर निश्चित योजना बनाकर उस पर अमल किया जाये तथा सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर अनुभवी अधिकारियों की तैनाती करते हुए उन्हें रिहर्सल भी कराया जाये। उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं के सुलभ संज्ञान हेतु सड़कों पर दिशा सूचक चिन्ह, फ्लैक्स तथा बोर्ड आदि लगवाये जाये, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी न हो साथ ही यातायात को सुगम बनाने हेतु शहर की ओर आने वाले मार्गों पर पार्किंग/डायवर्जन संबंधी विस्तृत योजना बनाकर उसके क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती की जाए। ड्यूटी में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। नो इंट्री स्थलों को चिन्हित कर लिया जाय।
मण्डलायुक्त ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी कार्य स्थल पर जाकर वहां की भौतिक स्थितियों के अनुसार योजनाओं का क्रियान्वयन शीघ्रता से सुनिश्चित करें और माघ मेले को पौराणिक महात्म्य के अनुरूप सम्पन्न कराने हेतु मानसिक रूप से दृढ़ भावना के साथ तैयार हो। उन्होंने महत्वपूर्ण तिथियों में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के दृष्टिगत रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों तथा अन्य वाहनों की पार्किंग स्थलों पर सुरक्षा, चिकित्सा, सफाई, आवागमन के साधन, पीने का पानी तथा शौचालयों आदि मूलभूत सुविधाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान नावों में सुरक्षा उपकरण यथा लाइफ जैकेट आदि उपलब्ध हो तथा नावों पर मानक से अधिक लोग ना बैठाये जायें। नियमों का पालन ना करने वाली नावों के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि माघ मेला स्वच्छता के साथ सम्पन्न कराने के लिए पब्लिक टाॅयलेट, कनात टायलेट आदि प्रचुर संख्या में स्थापित किये जाएं तथा नियमित रूप से इनकी सफाई सुनिश्चित की जाए। टाॅयलेट के साथ वाश बेसिन भी लगाये जाये तथा यह भी सुनिश्चित किया जाये कि आस-पास पानी या गंदगी न फैलने पाये। पर्याप्त संख्या में सक्शन मशीन मंगाकर उनकी जांच करा ली जाए। मण्डलायुक्त ने सभी अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि सभी क्षेत्रों में काम करने वाले कामगारों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाये। कामगारों को मिलने वाले पारिश्रमिक का नियमित व ससमय भुगतान किया जाये तथा उनके भोजन व ठहरने के स्थान के यथोचित प्रबंध के साथ उनके बच्चों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाए। सभी कामगारों का सम्मेलन कर उन्हें मेले का महात्म्य बताते हुए उनके सहयोग व कार्य के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि निश्चित समय से पूर्व ही समस्त कार्यों को समाप्त करने हेतु कार्यदायी संस्थाओं को आगाह कर दिया जाए। साथ ही कराये गये कार्यों का फोटो सहित सत्यापन कराया जाए। मण्डलायुक्त ने आपात स्थिति के दृष्टिगत फायर ब्रिगेड तथा फायर प्रिवेंशन सिस्टम की तैयारियों की भी समीक्षा की।
मण्डलायुक्त ने माघ मेले की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की